ए.आई.सी.डी.ए के अध्यक्ष जे.एस न्योल। |
यह कहना है ऑल इंडिया कार डीलर्ज एसोसिएशन के अध्यक्ष तथा दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष जेएस न्योल का। न्योल डबवाली के बांसल मोटर्ज एंव फाईनैंस पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी। न्योल ने बताया कि गाड़ी चोरी करने के बाद चोर बाहर से दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी की चेसी, इंजन नम्बर आदि खरीदकर उसे चोरी की गई गाड़ी में फिट कर देते हैं और चोरी की गई गाड़ी आसानी से मार्किट में बिक जाती है। उन्होंने बताया कि चोर की चतुराई को कार डीलर्ज भी नहीं समझ पाते। बाद में पुलिस द्वारा ऐसे मामले ट्रेस करने के बाद डीलर्ज को भी काफी परेशानी उठानी पड़ती है। ऑल इंडिया कार डीलर्ज एसोसिएशन ने इस परेशानी को दूर करने के लिए केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ के समक्ष देश की सभी आरटीओ (ऑथोरिटी) को इंटरनेट से जोड़े जाने की मांग की। जिसे केन्द्र सरकार ने स्वीकार कर लिया है। इस एसोसिएशन के अध्यक्ष ने यह भी बताया कि देश में करीब 686 आरटीओ (ऑथोरिटी) हैं। इन सबको इंटरनेट से जोडऩे के लिए करीब छह माह का समय लगेगा। जिस पर करीब 22 करोड़ रूपए की लागत आएगी।
यह प्रणाली होगी विकसित:-
इंटरनेट से जुडऩे के बाद देश की सभी 686 आरटीओ एक-दूसरे के संपर्क में आ जाएंगी। चतुर चोर जब चोरी की गाड़ी का चैसी नंबर और इंजन नंबर बदलकर उसको अन्य राज्य में बेचने के समय रजिस्ट्रेशन करवाएगा उस समय गाड़ी का पूरा डाटा कंप्यूटर पर आ जाएगा। इस प्रकार चोर आसानी से पकड़ा जा सकता है।
न्योल ऑल इंडिया कार डीलर्ज एसोसिएशन की ओर से 17 दिसंबर को दिल्ली में आयोजित किए जा रहे वार्षिक समारोह का निमंत्रण देने के लिए डबवाली आए थे। इस मौके पर एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव डीएस गिल, शाखा डबवाली के अध्यक्ष रोशन लाल बाबा, उपाध्यक्ष ढोलू राम, संयुक्त सचिव विकास बांसल विक्की, अजय बांसल भी उपस्थित थे।
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