Thursday, November 25, 2010

सरकार की खेल नीति की बदौलत हरियाणा का नाम हो रहा रोशन:कांडा

सिरसा, 25 नवम्बर(सुनीत सरदाना) जब से प्रदेश में हुड्डा सरकार बनी है,तब से प्रदेश के खिलाड़ी हरियाणा प्रदेश का नम्म रोशन कर रहे हैं । सरकार की खेल नीति कि बदौलत ही खिलाडी बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं जिससे कि एशियाड में पदक जीतने में प्रदेश के खिलाड़ी देशवासियों की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे और प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। यह दावा प्रदेश के खेल राज्यमंत्री के अनुज व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि गोबिंद कांडा ने किया। उन्होंने एशियाई खेलों में पदक जीतने वाले प्रदेश के खिलाडिय़ों को बधाई दी।
    उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों को खिलाडिय़ों से पूरी आशा है कि वे मैडल जीतने का अभियान जारी रखेंगे। कुश्ती और बॉक्सिंग खेलों में प्रदेश के खिलाड़ी ज्यादा से ज्यादा मैडल प्राप्त करेंगे और एशियाड में पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों का राज्य सरकार द्वारा पूरा सम्मान किया जाएगा। प्रदेश सरकार द्वारा खिलाडिय़ों के सम्मान के लिए खेल नीति तैयार की है जिसके तहत खिलाडिय़ों को नगद पुरस्कारों से नवाजा जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी तक देश के खिलाडिय़ों ने चार दर्जन पदक अपने नाम किए है जिनमें कई खिलाड़ी हरियाणा के है। कई खेलों जैसे बॉक्सिंग, कबड्डी और कुश्ती में प्रदेश के खिलाड़ी और अधिक मैडल जीतेंगे। इन सभी खेलों में अधिकतर हरियाणा के खिलाड़ी है।
कांडा ने कहा कि हरियाणा में जिस कदर खेलों का प्रचार-प्रसार हुआ है इससे लगता है कि आने वाला समय प्रदेश के खिलाडिय़ों का है। राष्ट्रमंडल खेलों में देश के खिलाडिय़ों ने कुल 101 पदक जीते जिसमें से 37 खिलाड़ी हरियाणा के थे। इस बार भी एशियाड खेलों में अधिकतर पदक जीतने वाले खिलाड़ी हरियाणा के होंगे। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर के इन खेलों में पदक जीतने का श्रेय खिलाडिय़ों की हिम्मत और सरकार की नई खेल नीति को दिया।
    उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा स्पैट टेलेंट हैंट योजना शुरु की गई है जिसके तहत 8 से 19 वर्ग के बच्चों का चयन करके उन्हें सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही है। इसके साथ-साथ इस योजना के तहत बच्चों को स्कॉलरशिप भी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा खेलों को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में खेल स्टेडियमों का निर्माण किया गया है जिसकी बदौलत ग्रामीण क्षेत्र से खेल प्रतिभाएं आगे आ रही है। ग्रामीण पृष्ठभूमि से आए अधिकतर खिलाडिय़ों ने एशियार्ड और कॉमनवेल्थ खेलों में पदक जीतकर सिद्ध कर दिया है कि आने वाले समय में वे प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।
प्रदेश में खिलाडिय़ों का खुराक भत्ता दोगुना किया गया है और खेल नर्सरियों की संख्या बढ़ाई गई है। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाडिय़ों को उच्च पदों पर भर्ती किया जा रहा है जिससे प्रदेश के खिलाड़ी खेलों में भविष्य देखने लगे है।

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