Friday, October 15, 2010

भूमि अधिग्रहण मामले में किसानों का 18 वें दिन भी प्रदर्शन जारी





लघुसचिवालय के बाहर प्रदर्शन करते किसान  
सिरसा 15 अक्टूबर(सुनीत/मनप्रीत/हरविंदर/नरेंद्र)शहर के लघुसचिवालय के बाहर किसानों का प्रदर्शन जारी है . किसानों का सरकार से अनुरोध है की उनकी जमीनों को जबरदस्ती अधिग्रहित ना किया जाए 
किसानों के अनुसार उनकी जमीनें,जो की सेक्टर 21-22 में आती हैं,उन्हें औद्योगीक क्षेत्र बनाने के लिए उनसे कम दामों में छीन कर आगे उद्योगपतियों को बेचा जा रहा है. किसान कल्याण समिति के प्रधान सोमप्रकाश सेठी इस प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे हैं. सरदार पूर्ण सिंह संधू,जो की समिति के सरंक्षक हैं ने बताया की हमारी जमीनों की वास्तविक कीमत 94 लाख रुपये प्रति एकड़ है,परन्तु सरकार उन्हें केवल पचास लाख रुपये ही देने को तैयार है परन्तु वो भी किश्तों में. पूर्ण सिंह के अनुसार अगर यह भूमि अधिग्रहित कर लि जाती है तो इसके बाद लगभग 12000 लोग बेघर हो जायेंगे 
किसानों का यह भी नारा था की 1947 के  बेघर हुए लोगों को दुबारा मत उजाडो  उन्होंने मुख्य न्यायाधीश के उस कथन को भी दोहराया की किसान अपनी दस एकड़ भूमि गवा कर एक एकड़ ही खरीद पाता है. किसानों ने यह कहा की 28 सितम्बर से लेकर आज तक वो प्रदर्शन पर हैं.लेकिन सरकार की तरफ से उनकी सुध लेने वाला भी कोई नहीं आया.किसानों ने चेतावनी दी है की वो किसी भी कीमत पर अपनी जमीन नहीं छोड़ेंगे. अगर सरकार को भूमि चाहिए तो वह कृषि योग्य भूमि हे क्यों अधिग्रहित कर रही है  जबकि अन्य बंजर भूमि को वह उपयोग कर सकती है   

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