ग्रुप कॅप्टन अनिल सब्बरवाल केंद्र निदेशक वीरेंद्र सिंह चौहान के साथ |
करगिल युद्ध में उत्तर के मोर्चे पर युद्ध में प्रतिभागिता कर चुके ग्रुप कैप्टन सब्बरवाल ने कहा कि कारगिल क्षेत्र में दुर्गम चोटियों पर चोरी छिपे आ जमे पाकिस्तानी सैनिकों व घुसपैठियों को उल्टे पांव भागने को विवश करने में वायुसेना की अहम भूमिका रही। उन्होंने कहा कि लक्ष्य को सटीक ढंग से भेदने की भारतीय वायुसेना की तकनीकी क्षमता व सिद्धहस्तता किसी भी अन्य वायु सेना के मुकाबले इसे अद्वितीय बनाती है। चौहान के एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि भारतीय सेनाओं में अधिकारियों पद रिक्त अवश्य हैं मगर मीडिया में आने वाले रिक्तियों संबंधी आंकड़े अक्सर सही नहीं होते। उन्होंने युवा पीढ़ी का आवहान किया कि वह वायुसेना में कॅरियर बनाने के लिए आगे आए।उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना ऐसा कॅरियर प्रदान करती है जिसमें चुनौतियां व रोमांच तो है ही, देश के लिए कुछ कर गुजरने के अवसर भी आते हैं। उन्होंने कहा कि वायुसेना में पॉयलट के रूप में भर्ती के एनडीए व सीडीएस के रास्तों के अलावा प्रशासनिक अधिकारियों की भी आवश्यकता होती है। इसके अलावा बड़ी संख्या में एयर मैन भी भर्ती किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब के निकटवर्ती नगर बठिंडा में जल्द एयरमैन की भर्ती के लिए रैली आयोजित होने जा रही है।एक श्रोता के प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि जल्द ही एयरफोर्स स्टेशन में सूर्य किरण के एयर शो सरीखा कोई आयोजन करने की योजना भी बनाई जाएगी।
ग्रुप कैप्टन सब्बरवाल ने कहा कि स्थानीय नागरिकों का सहयोग सिरसा एयर फोर्स स्टेशन को हमेशा प्राप्त हुआ है।उन्होंने नागरिकों का आवाहन किया कि वे खराब खाद्य सामग्री खुले में न फेंकें चूंकि इन्हें खाने को उमड़ने वाले पंछी वायुसेना की उड़ानों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने नागरिकों को संदिग्ध व अजनबी लोगों की गतिविधियों पर पैनी निगाह रखने का आवावहन भी किया। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में इलाके के गांवों के लोगों के उनकी नियमित बैठकें भी होती है।
कार्यक्रम के बाद उन्होंने मीडिया सेंटर स्थित टीवी स्टूडियो व वेब कांफ्रेंसिंग सुविधा का मुआयना किया। स्टेशन कमांडर ने पत्रकारिता विभागाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह चौहान के साथ बातचीत में वायुसेना कर्मियों के लिए जनसंचार का कोई सर्टिफिकेट कोर्स प्रारंभ करने की संभावनाओं पर भी विमर्श किया। इस अवसर पर शिक्षण सहयोगी सुरेंद्र व राम मेहर भी मौजूद थे।
No comments:
Post a Comment